छोटे बच्चों को गणित कैसे सिखाएं? ये हैं 6 आसान तरीका जो हर शिक्षक को पता होना चाहिए
सबसे महत्वपूर्ण विषय को तरीका जानेंगे और वह विषय है मैथ यानी की गणित आइए जानते हैं छोटे बच्चों को गणित (Math) कैसे सिखाएं? Tips & Tricks of Maths in hindi
आज एक और नई ज्ञान भरी बातों और नए तरीका लेकर हाजिर हैं। और इस पोस्ट में बेहद महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत होने वाले हैं। पूरी तरह से समझने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें। बात यह है की बहुत से ऐसे शिक्षक या माता-पिता होते हैं जो बच्चों को मैथ तो पढ़ाते हैं लेकिन बच्चें समझ नही पाते हैं जिससे की अभिभावक काफी ज्यादा परेशान और चिंतित होते हैं की बच्चों को मैथ कैसे सिखाएं? इसका निदान और तरीका लेकर आए हैं जिससे की बच्चों को गणित(Math) सिखाना बहुत ही आसान हो जायेगा।
नोट- यहाँ छोटे बच्चों के लिए गणित(Math) सिखाने की आसान तरीकों को बताया गया है जिन्हें गणित में कुछ आता ही नही है जो की पहली या दुसरी क्लास मे पढ़ रहें हैं।
जो शिक्षकों और माता-पिता के लिए काफी ही मददगार साबित होने वाला है। जिससे की अपने छोटे बच्चों को मैथ सिखा सकें। ऐसे भी मैथ सिखाना एक जादू से कम नही है अगर अच्छे से समझ में आ जाए तो गणित काफी आसान हो जायेगा। आइए जानते हैं की Chhote bachchon ko math kaise sikhayen in hindi? मैथ सीखने का आसान तरीका
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छोटे बच्चों को गणित कैसे सिखाएं? ये हैं 6 आसान तरीका जो हर शिक्षक को पता होना चाहिए |
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छोटे बच्चों को मैथ कैसे सिखाएं?
इस उम्र के बच्चों को मैथ में बेसिक जानकारी दिया जा सकता है जैसे की जोड़, घटाव, गुना, भाग इत्यादी क्योंकि गणित का महत्वपूर्ण बिन्दु यही होता है जिसके द्वारा ही अन्य सवालों को हल किया जाता है। आज हम गणित सिखाने की बेस्ट तरीका बताएँगे जिसके माध्यम से बच्चों को बहुत ही आसानी से गणित सिखा सकतें हैं। अगर पढ़ाई के साथ कुछ मस्ती भी हो तो गणित(Math) सिखने में काफी आसानी होगा और बच्चे मजे में ही मैथ सीख जाएंगे इसका बेसिक है जोड़ घटाव गुणा और भाग जो की काफी आसानी से बच्चों को सिखाया जा सकता है आईए जानते हैं छोटे बच्चों को मैथ सिखाने का तरीका
1. अंक पहचानना
सबसे महत्वपूर्ण यह है की आप यह तय कर लें की बच्चों को गिनती और पहाड़ा आता हो नही तो पहले ये सब सिखाएं उसके बाद उन्हे अंको को पहचानना आना चाहिए उसके बाद ही आगे की नियम को पालन किया जा सकता है। जैसा की आपको पता है की एकदम शुरु से बताया जायेगा और एक-एक टॉपिक को क्लियर कराते हुए आगे बढ़ेंगे। उसके बाद ही अगली टॉपिक सिखाने की प्रयास किया जायेगा।
अंको को पहचान कराने के लिए टिप्स का उपयोग करें तरीका यह है की आप बोर्ड पर संख्या को लिखें और पीछे से बच्चों को संख्या को बताने या बोलने के लिये कहें ऐसा करने से बहुत ही जल्दी बच्चे अंक को पहचान पाएंगे। इसके अलावा बारी-बारी से एक बच्चों को बोर्ड के पास बुलाकर आप शब्द बोले और उन्हें लिखने को कहें नही तो एक साथ बच्चों को अपने-अपने कॉपी में लिखवाएं उसके बाद चेक करें और सुधार करें उर समझाएं।
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2. गिणती करना
अगर आपने अंकों को पहचानना सीख चुके हैं तो किसी भी अंक या वस्तु को गिणती करना सीख सकते हैं इसके लिए पास में किसी भी वस्तु का सहार ले सकतें हैं जैसे की किताबें को गिनती करने को कहें। उसके बाद नही तो स्कूल में आपके बच्चें हैं तो कुल बच्चों को गिणती करने को कहें। इसका सबसे आसान सा तरीका यह है की जब भी सुबह के समय प्रार्थना हो या आपको लगे की किसी भी आयोजन का हिस्सा सभी बच्चें बनने जा रहे हैं उस समय बच्चों की गिणती किसी एक बच्चें के द्वारा ही करा सकते हैं इसके बाद एक बार आप भी जरूर गिणती कर के सुनिश्चित कर सकते हैं यह एक नियम बनाया जा सकता है और हर रोज नए बच्चें से कराएं इससे सभी को फायदा होगा और वह गिनती करने में पक्के हो जाएंगे।
इसके अलावा कक्षा में भी कुछ उदाहरण लेकर बच्चों को गिनती करना सिखाए। जिससे की बच्चों को किसी भी तरह का समस्या ना हो और आगे से कुछ भी वस्तु या संख्या की गिनती सही से कर सकें। क्योंकि गणित सिखने के लिए गिनती आना अनिवार्य है तभी तो संख्याओं को सही-सही आकलन कर पायेंगे।
3. जोड़ सिखाएं
गणित सिखने का सबसे पहला शुरुआत यही से होता है जब बच्चें जोड़ना सीख जाते हैं। तो अपने छोटे बच्चों को जोड़ सिखाने के लिए आसान तरीकों को ढूँढे और आसानी से सिखाएं जिससे की बच्चें आसानी से सीख सकें और कभी नही भुलाए।जोड़ सिखाने का सबसे आसान सा तरीका यह है की किसी भी समूह के द्वारा सिखाया जाए तो बच्चें बहुत ही आसानी से समझ पाते हैं।
जैसे की स्कूल में बच्चों को दो समूह में बांट दें और उनमे से एक बच्चा को बारी-बारी से दोनो समूहों के बच्चों की संख्या को गिनती करने के लिए कहें और बच्चें के द्वारा बताए गए संख्या को आप बोर्ड पर भी लिख सकते हैं इसके बाद दोनो समूहों को बच्चों को एक जगह यानी की एक ही समूह में मिल जाने के लिए कहें इसके बाद फिर से बच्चों की संख्या को गिनती कराएं और अब जो दोनो समूहों को मिलाकर जो संख्या आया है वह बोर्ड पर लिखें और बच्चों को समझायें की दो समूहों या दो अंको को आपस में मिलाने की प्रक्रिया को ही जोड़ना कहतें हैं। आइए देखते हैं जोड़ना कैसे है?
मान लिया जाए की पहली समूह के बच्चों की संख्या 10 है और दुसरे समूह के बच्चों की संख्या 15 इसके बाद दोनो समूहों की बच्चों की संख्या मिलाने पर कुल बच्चों की संख्या क्या होगा?
पहली समूह+दुसरी समूह,
यानी की - 10+15= 25 कुल बच्चों की संख्या
इसी तरह से और भी कई तरह की उदाहरण लेकर बच्चों को जोड़ या गणित सिखाया जा सकता है।
4. घटाव करना सिखाएं
जैसा की बच्चें जोड़ना सीख चूकें हैं इसके बाद अब चलते हैं अगली प्रक्रिया की ओर वह है घटाव जो की बच्चों को काफी मजेदार तरीकों से बताने वाले हैं वह कैसे? इसका आसान तरीका यह है। स्कूल या घर हो अपने बच्चों को घटाव सिखाने के लिए किसी तरह के उदाहरण की सहयता ले सकते हैं इससे बच्चें बहुत जल्दी घटाव करना या मैथ सीख सकते हैं। चलिए जानते हैं स्कूल के बच्चों को घटाव कैसे सिखाएं? सबसे पहले कुल बच्चों की संख्या की गिनती किसी छात्र के द्वारा कराएं उसके बाद कुल बच्चों की संख्या को बोर्ड पर लिख सकते हैं और बच्चों को बताएँ की आपलोगों की कुल संख्या इतना है मान लिया जाए की 30 बच्चें हैं। और अब उसमें से कुछ बच्चों को अलग कर देते हैं लगभग 12 बच्चों को समूह से अलग कर दें। और इसके बाद बाकी बचे हुए बच्चों को गिनती कराएं। अब बचे हुए बच्चों की संख्या को बोर्ड पर लिखें। यानी की अभी बचे हुए बच्चे होंगे?
समूह के कुल बच्चों की संख्या 30 और उसमें से हटाये गए बच्चों की संख्या 12 और बाकी समूह मे बचे हुए बच्चों की संख्या यह होगा।
30-12=18 बच्चें
अगर आप घर पर बच्चों को घटाव सिखाना चाहते हैं तो कई तरह की उदाहरण दे कर सिखा सकतें हैं। क्योंकि सीधा-सीधा कॉपी या बोर्ड पर मैथ सिखाना थोड़ा मुस्किल का काम है ऐसे भी मैथ कोई याद करने वाले विषय तो है नही इसे समझा जा सकता है। और इसे आसान बनाया जा सकता है। आप किस तरह से बच्चों को पढ़ाते हैं ये हमे जरूर बताएं जिससे की सभी बच्चों को इसका लाभ मिल सकें।
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5. गुणा करना सिखाएं
अब जानेंगे की गुणा कैसे किया जाता है यह थोड़ा जोड़ और घटाव से अलग है लेकिन इसे भी आसानी तरीका से सिखा जा सकता है। सबसे पहले बच्चों को गुणा का परिचय कराना बहुत ही जरुरी है। सबसे पहले जानते हैं गुणा का अर्थ क्या होता है? किसी भी संख्या को उसी या किसी अन्य संख्या से एक या एक से अधिक बार जोड़ने की प्रक्रिया को गुणा कहते हैं।
आशा है की समझ गए होंगे अब सवाल यह है की बच्चों को गुणा कैसे सिखाएं? आइए जानते हैं बच्चों को गुणा सिखाने का आसान तरीका मान लिया जाए की किसी भी अंक को 2 से गुणा करना है और गुणा करने पर उसका संख्या क्या होगा? मान लिया जाए की वह संख्या 8 है। बच्चों को समझाने के लिए एक साथ आठ बच्चों को खड़ा होने के लिए कहें और गुणा करना है 2 से इसके लिए आप भी बोर्ड पर लिख लें उसके बाद किसी भी एक छात्र के द्वारा उस 8 बच्चों की समूह को 2 बार गिनती करने के लिए कहे पहली बार में 8 होगा और दुसरी बार 1 से नही 9 से शुरु कराएं इस तरह बच्चें के द्वारा गिने हुए बच्चों की संख्या 16 होगा। इसी तरह बच्चों की संख्या को कम या ज्यादा कर सकते हैं। है न मजेदार और आसान छोटे बच्चों को गणित सिखाना।
6. भाग देना बताएं
अब आखिरी में बच्चों के लिए विषय है वह है भाग बाकी तो सीख ही चुके हैं। जब सब कुछ सीख चूकें है तो भाग भी काफी आसानी से सीख जाएंगे ये भी एक मजेदार सा टॉपिक है जो की छोटे बच्चें काफी ध्यान से सीखेंगे। सबसे पहले यह समझ लेते हैं भाग किसे कहते हैं? या भाग क्या है? गुणा करने की उल्टी प्रक्रिया को भाग कहतें हैं। इसे ऐसे समझते हैं गुणा में एक संख्या को कई बार जोड़ रहे थे भाग की प्रक्रिया में किसी एक संख्या को कई बार घटायेंगे। जिस अंक को भाग देना है उसे भाज्य कहतें हैं और जिससे भाग देनी है उसे भाजक और आए हुए उत्तर को भागफल कहतें हैं और बची हुई अंक या संख्या को शेष कहते हैं।
अब बच्चों को भाग सिखाने की आसान तरीका यह है माना की 20/4 है तो इसे इस तरह से समझाएं आप बच्चों की एक समूह लें जिसमें बच्चों की कुल संख्या कुल होनी चाहिए। और अब इन्हे एक तरफ खड़े होने के लिए सुझाव दें कक्षा के एक छात्र के द्वारा ही यह करें की उनमे से 4-4 बच्चें को अलग-अलग समूह बनाने के लिए कहें जब तक की उस तरफ बच्चें खत्म ना हो जाए और यह भी बताएं की समूह चार बच्चों का ही हो ज्यादा या कम नही अगर कम हो या बचने पर छोड़ देने के लिए कहें। जैसा की हमे 4 से ही भाग देना है। अब यह देखें की कुल 20 बच्चों की समूह से 4 बच्चों की कितनी समूह तैयार हुए स्वाभाविक सी बात है की कुल 5 समूह बनाए होंगे अब आप बोर्ड पर लिख कर के बताएं की 20 को 4 से भाग देने पर उत्तर 5 होगा। इसके अलावा आप अपने तरीकें से भी समझा सकते हैं। और इसमे एक बिन्दु यह है की अगर बच्चों की संख्या 22 होता तो 4 की समूह बनाने पर 2 बच्चे बच जाते तो इसे शेष कहा जाता है यानी की बचा हुआ अंक या संख्या।
अब जानते हैं पूरी विस्तार में
कुल बच्चों की संख्या 20 जिसे चार-चार बच्चों की समूह में बांटना है।
4+4+4+4+4=20 कुल चार की संख्या 5 है तो निष्कर्ष यह निकलता है- 20/4= 5 भागफल
इसी तरह आप बच्चों को बहुत ही आसानी से गणित सिखा सकते हैं और घर हो या स्कूल इस टिप्स का सहारा ले कर बच्चों को मैथ बहुत से आसानी से समझा सकते हैं। अपनी तरफ से एक सुझाव यह देना चहता हूँ की बच्चो को दवाब में ना पढ़ाएं बल्की बच्चों को मनोरंजन के साथ कुछ नये सिखाने की प्रयास करें जिससे की बच्चों को पढ़ाई की तरफ झुकाव पैदा हो और वे बिना किसी बहाना के पढ़ाई कर सकें और अपनी जीवन को सरल और सुगम बना सकें।
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आशा है की हमारे द्वारा किए गए एक प्रयास आपको पसंद आया होगा जिसमे जाना की छोटे बच्चों को मैथ कैसे सिखाएं? और जाने गणित सिखने के बहुत आसान तरीका Math sikhane ka aasan tarika in hindi. जो की काफी उपयोगी है। इसे अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें ताकी और भी इस तरह के बहुपयोगी विषयों का लाभ ले सकें। आप अपनी राय या सुझाव कमेंट के माध्यम से पुछ सकते हैं। उसके बाद आपके प्रश्नो का जबाव सफलतापूर्वक जरूर दिया जायेगा। धन्यवाद,
FAQ
Q-1. बच्चों को मैथ कब सिखाएं?
- जब आपके बच्चों को गिनती और पाहाड़ा आ जाए तो गणित(Math) सीखा सकते हैं।
- सबसे पहले बच्चें को जोड़, घटाव, गुणा और भाग सिखाएं।