3 से 4 साल के बच्चों को लिखना कैसे सिखाएं? मात्र 3 दिन में लिखना सीख जाएंगे बच्चें
बच्चों को पढ़ाने के लिए सोच रहे हैं तो उन्हे लिखने आना भी जरूरी है। अगर आपके बच्चे लिखना नही जानते हैं तो जाने 3 से 4 साल के बच्चों को लिखना कैसे सिखाएं?
आपने ये जानते भी होंगे की छोटे बच्चों को लिखना कैसे सिखाया जाता है? और इसका अनुभव तो आपको भी जरूर होगा ही क्योंकि आप भी एक समय में छोटे बच्चे ही थे। कुल मिलाकर बात की जाए तो यह कोई ट्रिक तो है नही लेकिन फिर भी इसे कला का नाम जरूर दे सकतें हैं। लिखने की प्रकार और आदत एक जैसा नही होते हैं लिखावट हमेशा बदलती रह्ती है। जो की आपके लिखने की ऊपर निर्भर करता है। की आप किस तरह से लिखने में आप अपने आप को सहुलियत महसूस करते हो।
ज्यादा बात को लम्बे ना बनाते हुए अब मेन मुद्दे पर आते हैं। की 3 से 4 साल के बच्चों को लिखना कैसे सिखाएं? इसके साथ ही यह भी जानते हैं की छोटे बच्चों को घर पर लिखना कैसे सिखाएं? Chhote bachchon ko ghar par likhna kaise sikhayen in hindi?
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3 से 4 साल के बच्चों को लिखना कैसे सिखाएं? मात्र 3 दिन में लिखना सीख जाएंगे बच्चें |
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3 से 4 साल के बच्चों को लिखना कैसे सिखाएं?
बच्चों को लिखना सिखाने के लिए सबसे पहले उन्हें पेंसिल पकड़ना सिखाएं उसके बाद ही आगे की तैयारी करें। बच्चों को लिखना सिखाने के लिए राइटिंग चार्ट की मदद लिया जा सकता है जिसपर बच्चों को शब्द के ऊपर दोहराने के लिए कहें इस प्रकार 3 से 4 साल के बच्चों को लिखना सीखाया जा सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं की छोटे बच्चों को घर पर लिखना कैसे सिखाएं?
1. पेंसिल पकड़ना सिखाएं
हर माता-पिता या शिक्षक बच्चों को लिखने सिखाने से पहले उन्हें पेंसिल या पेन पकड़ना सिखाना होगा तभी बच्चों को लिखने के लिए सिखाया जा सकता है। कई बार बच्चें ऐसा करने में असफल हो सकतें हैं क्योंकि उन्हें यह ज्ञान नही है इसलिए उनपर दबाव ना डाले उनके जैसी मर्जी हो उसी प्रकार कलम को पकड़ने दे। धीरे-धीरे उनके कलम पकड़ने की आदत में सुधार देखा जा सकता है। अगर आप यह सोचते हैं की बच्चें 2 से 3 दिन में लिखना सीख जाए तो यह आप गलत सोच रहे हैं।
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2. Writing chart का ले मदद
आपने यह देखा होगा या जानते भी होंगे की राइटिंग चार्ट क्या होता है? इस चार्ट का कॉपी भी मिलता है जिसमें सभी वर्ड का दोहराने की अक्षर बने होते हैं जिस पर बच्चों को दोहराने के लिए सिखाएं जा सकतें हैं। स्कूल में भी शुरुआत दिन में इस तरह के किताब और कॉपी की मदद ली जाती है। तभी कहीं जाकर बच्चें लिखना सीख पाते हैं।
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3. आड़ी-तिरछी रेखा बनवाएं
जिस प्रकार बच्चों को पेन पकड़ने में मुस्किल आती है उसी प्रकार शुरुआती दिनों में उन्हें लिखने में भी दिक्कत की सामना करना पड़ सकता है। इसके लिये एक समाधान यह है की अपने बच्चों से कॉपी या स्लेट पर आड़ी-तिरछी रेखा बनवा सकतें हैं जिनसे की उनके हाथ सही ढंग से बैठ सके इसका एक फायदा यह भी है की ऐसा करने से बच्चें पेन या पेंसिल चलाना भी आसानी से सीख जाते हैं।
4. सुन्दर राइटिंग पर दे ध्यान
अगर बच्चे लिखने के लिए सीख रहे हैं तो एक बात का ध्यान देना आवशयक है वह है राइटिंग क्योंकि सुन्दर राइटिंग का आदत पहले से ही हो तो बहुत अच्छा है नही तो बाद में इसे सुधारना थोड़ी कठिन हो सकती है। तो आगे ऐसा ना हो इसके लिए अभी से सुन्दर राइटिंग पर ध्यान दे तो काफी उत्तम हो सकता है। जिसे समय के साथ बदलाव होता जायेगा। और फिर एक दिन काफी प्रभावी ढंग से आपका राइटिंग सुन्दर होगा।
5. ज्यादा से ज्यादा लिखें
जब बच्चें को कुछ सिखाया जाए तो ऐसे में वह आनाकानी भी बहुत करते हैं इससे बचने के लिए उन्हे उनके मन के मुताबिक ही लिखने दे और उसके बाद आप यह चेक कर सकतें हैं की आपके बच्चे द्वारा लिखे गए शब्द ठीक है या उल्टा-पुल्टा लिखा हुआ है। उसके बाद उसमें सुधार कर बच्चे को दिखाए फिर उसी प्रकार बच्चों से लिखवा सकतें हैं।
अशा और उम्मिद है को हमारे द्वारा बताए गए एक छोटी सी प्रयास आपको पसंद आया होगा जिसमे जाना की 3 से 4 साल के बच्चों को लिखना कैसे सिखाएं? यह आपको कैसा लगा हमे कमेंट के माध्यम से जरूर बताएँ।