बच्चों को मोटिवेट कैसे करें? जाने बच्चों को प्रेरित करने का 7 तरीका
बच्चों को प्रेरित करने के लिए हमेशा उन्हें कार्यों के लिए प्रोत्साहित करें, आइए जानते हैं की बच्चों को मोटिवेट कैसे करें?
आप लोगों के लिए बच्चों को जागरुक करने के लिए कई पोस्ट उप्लब्ध कराए गए हैं। जो आप लोगों के लिए काफी उपयोगी भी रहा है। अगर आप हमारे नए पाठक हैं तो हमें जरूर बताएं और आप अपनी राय शेयर करें। तो इन सब बातों के बिच में आइए जानते हैं आज का सवाल और आज का सवाल यह है- बच्चों को मोटिवेट कैसे करें? बच्चों को पढ़ने के लिए मोटिवेट करने का तरीका-
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बच्चों को मोटीवेट कैसे करे? जाने बच्चों को प्रेरित करने का 7 बेहतरीन तरीका |
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छोटे बच्चों को मोटिवेट कैसे करें?
बच्चों को प्रेरित करने के लिए उन्हें कई तरह की ज्ञान दिए जा सकते हैं, जिससे वे मोटीवेट हो सके इसमें सबसे मुख्य भुमिका माता-पिता की होते हैं और उनका यह कर्तव्य बनता है की वे बच्चों को प्रेरणादायक कार्य करने के लिए जागरुक करें। दुसरी बात यह की बच्चों क्र ऊपर किसी भी प्रकार की दबाव ना बनाएं और हमेशा उनके हर कार्य के बदले में उन्हें सबासी जरूर दें इससे बच्चे को इससे भी बेहतर कार्य करने की उन्हें प्रेरणा मिलता है। आइए जानते हैं की
बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करने का तरीका
1. बच्चे को समझने की कोशिश करें
कई ऐसे भी पैरंट्स होते हैं जो बात बात में बच्चें या खुद को कोश्ते रहते हैं और यह सोचते हैं की मेरे बच्चे ऐसे नही वैसे नही है उसके जैसा नही है तो मैं बताना चाहूँगा की हर इंसान या बच्चे एक जैसे नही होते हैं सभी खुद में ही स्पेशल होते हैं इसके लिए खुद को या बच्चों को कभी कमजोर ना समझें।
जैसा की इस दूनियाँ में कई तरह के कार्य हैं और सभी कार्य को अलग-अलग इंसान किया करते हैं जिसे हर कोई नहीं कर सकता है। आप बीमार होते हैं तो डॉक्टर के पास जातें हैं इलाज कराने के लिए कभी खुद से ही इलाज किया है अगर एक डॉक्टर नही हो आप तो नही न तो इसी तरह बच्चें भी अलग-अलग तरिके से सोचते हैं।
आपने देखा होगा आपके बच्चे कई बार ऐसे कार्य करते हैं जो आपने सोचा भी नही होगा, इसिलिए बच्चों को समझने की कोशिश करें की उन्हे क्या चाहिए और वे क्या चाहतें हैं।
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2. बच्चों को डाटने से बचें
हर बार गलती आपके ही बच्चे का हो ये जरुरी नही है इसिलिए पहले परिस्थिती को समझें और उसके बाद ही आप अपनी स्टेप लें जिससे किसी निर्दोष को किसी भी प्रकार के डांट ना पड़ें, कई ऐसे भी पैरंट्स होते हैं बिना समझे ही बच्चे को डांटने लगते है ऐसा करने से बचने की जरूरत है क्योंकि ऐसा करने से बच्चे के ऊपर नाकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं और इसका परिणामस्वरुप बच्चें आप से दुरी बनाने लगेंगे जो धीरे-धीरे एक ऐसे दुरी में तब्दील हो जाएंगे की बच्चे आपसे कभी भी अपना सुख-दुख के बाते भी शेयर नही कर पाएंगे।
कभी ऐसा भी वक्त भी आ सकता है जिस वक्त बच्चे को आपका बहुत ही ज्यादा जरूरत हो सकता है लेकिन बच्चे यह सोचकर अपनी परेशानी नही बता पाएंगे की उनसे बात करने से कोई फायदा तो है नही वे डाटने तो हमें ही वाले हैं। तो आपने देखा की बचपन से ही बच्चों को डाटने की परिणाम बड़े उम्र तक देखने के लिए मिल सकते है इसलिए बच्चीं को हर बार डाटने से बचना चाहिये इसके जगह आप सही गलत को समझने की कोशिश करें।
3. बच्चे को सिखाते रहें
बच्चों को मोटिवेट करने के लिए हमेशा बच्चों को कुछ न कुछ सिखाने की प्रयास करें, जिससे धीरे-धीरे बच्चों की ज्ञान में विकास हो और बच्चें को भी यह समझना चाहिए की उन्हें सफल होने के लिए अपने माता-पिता और शिक्षक की मार्गदर्शन लेना आवश्यक है जिससे बच्चें को उन्हें आनेवाले समय की वोध हो क्योंकि बच्चें से उनके पैरंट्स ज्यादा अनुभवी होते हैं और उन्हे सही गलत की अच्छे से पहचान है जो बच्चों को उनसे सीखना चाहिए।
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4. बच्चों की तुलना ना करें
अगर आप ऐसे पैरंट्स हैं जो अपने बच्चे से दुसरे की तुलना करते हैं तो ये आदत आप अभी से छोड़ दें क्योंकि ये आपके बच्चें की भविष्य से खेलने की बिमारी हो सकती है। कभी आप अपने बच्चें को दुसरे बच्चे के साथ कम्पेयर ना करे इसके जगह यह सोचे की आप का बच्चा औरों से बेहतर है और यह अपने बच्चे को भी बताएं की आप सबसे अलग और जीनियस हो इससे बच्चे में भी आत्मविश्वास का विकास होगा और बच्चें हर परिस्थिती में खुद को तैयार रखने की कोशिश करेंगे।
5. बच्चों को महापुरुषों की कहानी सुनाएं
बच्चों को प्रेरित करने के लिए उन्हें महापुरुषों के जीवनी और उनके महान कार्यों के बारे में बताएं जिससे बच्चों को उनसे सीख मिलें और वे भी उनके तरह अच्छे कार्यों को करने के लिए प्रेरित हो सके।
इसके अलावा उनके सपने को पुरा करने की रस्तीं के बारें में उनसे चर्चा करें जिससे उन्हे सही मार्ग में मेहनत करने की प्रेरणा मिलता रहे।
6. बच्चों को खेल में शामिल करें
आप पढ़ने वाले बच्चे से यह उम्मिद रखोगे की वह हर समय पढ़ता ही रहे तो आप उनके बचपन छीनने की माध्यम हो और कुछ नही बच्चों को रोजाना कुछ देर खेलने भी दें उन्हे indor Game की जगह Outdor Game में शामिल करें क्योंकि जब वे बाकी के बच्चों के साथ खेलने के लिए जाएंगे तो उन्हें और भी लोगों से बाते करने की मौका मिलेगा जिससे उनका Communications Skill बेहतर होगा।
7. पढ़ाई में साथ दें
अगर आप चाहतें हैं की बच्चें अच्छे से भविष्य में आगे बढ़े तो उन्हे पढ़ने में साथ दें उनके पढ़ाई के दौरान होने वाले समस्याएँ को हल करने की कोशिश करें जैसे की उनके-
- होमवर्क करने में मदद करें
- सवालों को हल करने में उनके सुझाव दें
- शिक्षक से बात करके उनके आने वाले समस्याएँ को हल करें
- जो भी बच्चा पढ़ने में रूचि नहीं दिखाते या उन्हें पढ़ने का मन नहीं करता हो वैसे बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
- बच्चों को मोटिवेट करने के लिए उन्हें प्यार से समझाएं, कहानियां सुनाएँ उनके सुविधाओं का खास ध्यान रखें।